गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है और गठिया (Arthritis) में क्या नहीं खाना चाहिए? 

गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है

गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा: आजकल गठिया, या अर्थराइटिस, काफी आम हो गया है।

इस बीमारी में जोड़ों में सूजन, दर्द और लालिमा होती है। जहां पहले यह बीमारी अधिकतर बुजुर्गों में देखा जाता था। वहीं आज भी युवा और बच्चे इस बीमारी से पीड़ित हैं। अर्थराइटिस के रोगियों का दर्द कभी-कभी इतना बढ़ जाता है कि उन्हें घुमाने, मोड़ने और हिलाने में परेशानी होती है। इससे व्यक्ति की दैनिक जीवनशैली मे बहुत असर कर रहा है। अर्थराइटिस को नियंत्रित करने के लिए आपको अपने खानपान और जीवनशैली पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

इसके अलावा, इस समस्या से कुछ आयुर्वेदिक तरीकों से भी छुटकारा मिल सकता है। इस लेख में हम कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो गठिया की समस्या को दूर कर सकते हैं। डॉ स्मिता नरम, आयुशक्ति की आयुर्वेदिक चिकित्सक, आपको गठिया के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में अधिक जानकारी देती हैं।

Table of Contents

गठिया से उत्पन्न कारण

बुढ़ापे में जोड़ों की चोट,

ऑटोइम्यून विकार,

आनुवांशिकता

गठिया के प्रभाव

जोड़ों में दर्द चलने-फिरने में कठिनाई जोड़ों में सूजन थकान और कमजोरी जेसे होने लगती है

गठिया के लिए सर्वोत्तम उपचार कौन सा है कुछ घरेलू उपाय ?

लहसुन,

हल्दी,

तिल तेल,

पंचकर्म,

अश्वगंधा,

आलिव ऑयल,

अदरक

1. लहसुन

गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा: लहसुन गठिया को दूर करने में बहुत प्रभावी है। इसमें सैल्फर और एलिसिन, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं, शामिल हैं। और इसके दर्द-निवारक गुणों से गठिया का दर्द कम होता है। ये भी रक्त संचार में सुधार करता है, जो जोड़ों को अधिक लचीला बना सकता है। साथ ही, इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं। जो की गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है

2. हल्दी

हल्दी प्राचीन काल से एक प्राकृतिक उपचार है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द को कम करते हैं। और इसके एंटीऑक्सीडेंट गुणों से, हमारे शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। हल्दी में मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे खनिज होते हैं जो हड्डियों के लिए अच्छे हैं हल्दी पाचन तंत्र को भी सुधारती है। गठिया से पीड़ित लोगों को अक्सर पेट और पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं। हल्दी खाने से पाचन बेहतर होता है| जो गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है

3. तिल का तेल

तिल का तेल गठिया में बहुत प्रभावी है। ये एंटी-पेन गुणों से भरपूर है, जो गठिया से उत्पन्न दर्द और जकड़न को कम कर सकते हैं। ये भी जिंक, सेलेनियम, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स से भरपूर हैं, जो हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। साथ ही, ये ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं, जो जोड़ों की मांसपेशियों को हल्का करता है और उन्हें अधिक लचीला बनाता है। गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है

4. पंचकर्म

आयुर्वेद में पंचकर्म एक प्रक्रिया है जो शरीर की एक समस्या को हल करके पूरे स्वास्थ्य को सुधारती है। गठिया के लिए विशेष रूप से उपयोगी पंचकर्म प्रक्रिया है बस्ती। इसमें औषधीय तेलों का उपयोग हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करके गठिया के लक्षणों को कम किया जा सकता है। गठिया के लक्षणों में दीर्घकालिक सुधार नियमित पंचकर्म उपचार से हो सकता है।

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5. आश्वगंध

आयुर्वेद में बहुत प्रभावी दवाइयों में से एक है अश्वगंधा। इसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं, जो दर्द और सूजन को कम करते हैं। शरीर में सूजन को कम करने के लिए यह इन्फ्लेमेटरी एंजाइम्स पर नियंत्रण रखता है। और मांसपेशियों को कम करके जोड़ों की गतिशीलता बढ़ाता है। साथ ही, यह आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है जो हड्डियों को स्वस्थ रखते हैं। जो गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है

6. ऑलिव ऑयल

ऐसे प्रभावी गुण ओलिव ऑयल में हैं। जो सूजन को कम करने में मदद करने वाले यौगिक हैं, जैसे ओलिक एसिड और ऑलिओकैंथल। थोड़ा गर्म करके गठिया से प्रभावित जोड़ों पर मालिश करें। जोड़ों में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर दर्द और सूजन को कम करता है।

7. अदरक

अदरक अर्थराइटिस के इलाज में प्रभावी हो सकता है। वास्तव में, इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से इसे खाने से मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है। आप अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं या इसके तेल का उपयोग कर सकते हैं।

8. गुगल

गुग्गुल एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी है। आयुर्वेद इसका उपयोग शरीर की कई बीमारियों को दूर करने के लिए करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं, जो दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं। इसे खाने से गठिया जल्दी ठीक हो सकता है। जो की गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है

 गठिया (Arthritis) में क्या नहीं खाना चाहिए? 

गठिया (Arthritis) एक ऐसी बीमारी है जिसमें जोड़ों में सूजन और दर्द होता है। यह बीमारी ज्यादातर ऑटोइम्यून कारणों, यूरिक एसिड के बढ़ने, और खराब लाइफस्टाइल के कारण होती है। गठिया के मरीजों को अपनी डाइट पर खास ध्यान देना चाहिए क्योंकि कुछ खाद्य पदार्थ सूजन और दर्द को बढ़ा सकते हैं। 

गठिया में परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ जो हमें नहीं लेना चाहिए

 1. जेसे प्रोसेस्ड और जंक फूड

    पैकेट वाले चिप्स, फ्रेंच फ्राइज़, बर्गर, पिज्जा आदि में ट्रांस फैट होता है, जो जोड़ों की सूजन बढ़ा सकता है। 

    ये शरीर में फ्री रेडिकल्स को बढ़ाकर दर्द को भी ज्यादा कर सकते हैं। 

 2. ज्यादा तेल,घी और तली हुई चीजें से बचे

    ज्यादा तेल, घी और मक्खन वाली चीजें सूजन को बढ़ा सकती हैं। 

    डीप फ्राई चीजें जैसे पकौड़े, समोसे, पूरी, और भटूरे से बचना चाहिए। 

 3. ज्यादा चीनी और मिठाइयाँ वाली चीजे न ले

    मिठाइयाँ, केक, पेस्ट्री, मीठे ड्रिंक्स और कोल्ड ड्रिंक्स गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। 

    अधिक चीनी खाने से शरीर में सूजन की प्रक्रिया तेज हो जाती है। 

 4. मांसाहारी भोजन (विशेष रूप से रेड मीट और समुद्री भोजन) 

    रेड मीट (बीफ, पोर्क, मटन) और समुद्री भोजन (प्रॉन, केकड़ा, मछली) में प्यूरिन अधिक होता है, जो यूरिक एसिड को बढ़ाकर गठिया को गंभीर बना सकता है। 

    प्रोसेस्ड मीट (सॉसेज, सलामी) से भी बचना चाहिए। 

 5. अधिक नमक वाला भोजन 

    ज्यादा नमक खाने से शरीर में सूजन बढ़ सकती है। 

    पैकेट वाले फूड (नूडल्स, चिप्स, अचार, सॉस) में नमक अधिक होता है, जिससे जोड़ों में दर्द बढ़ सकता है। 

 6. डेयरी प्रोडक्ट्स (कुछ लोगों के लिए हानिकारक) 

    कुछ गठिया के मरीजों को दूध और दूध से बनी चीजों (पनीर, दही, मक्खन) से सूजन की समस्या हो सकती है। 

    अगर दूध पीने से दिक्कत होती है तो सोया मिल्क या बादाम दूध का सेवन भी कर सकते हैं। 

 7. शराब और कैफीन 

    शराब और बीयर गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं, खासकर अगर गठिया यूरिक एसिड से जुड़ा हो। 

    अधिक चाय, कॉफी और एनर्जी ड्रिंक्स से बचें, क्योंकि ये शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ाते हैं, जिससे सूजन और दर्द ज्यादा होता है। 

 8. सोडा और कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहे

    कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा) में उच्च मात्रा में शुगर और एसिड होता है, जो हड्डियों की मजबूती को कम करता है और सूजन बढ़ा सकता है। 

 9. मैदा और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट नुकसानदायक है

    मैदे से बनी चीजें जैसे सफेद ब्रेड, पिज्जा, नूडल्स, पास्ता गठिया के मरीजों के लिए नुकसानदायक होती हैं। 

    ये इंसुलिन के स्तर को बढ़ाकर सूजन को बढ़ा सकते हैं। जितना हो सके काम इस्तेमाल करे

 10. टमाटर, बैंगन और आलू (कुछ मामलों में नुकसानदायक) 

    ये नाइटशेड (nightshade) फैमिली की सब्जियाँ हैं, जिनमें सोलानिन नामक तत्व होता है जो कुछ गठिया रोगियों में दर्द और सूजन को बढ़ा सकता है। इन सब्जियों का काम से काम इस्तेमाल करिए

    अगर खाने से दिक्कत होती है तो इन्हें डाइट से हटाएं। 

 गठिया में क्या खाना चाहिए ? 

अगर आप गठिया से पीड़ित हैं, तो अपने भोजन में ये चीजें शामिल करें: 

✔ हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी, सरसों) अच्छे है

✔ ओमेगा3 फैटी एसिड युक्त भोजन (अलसी के बीज, अखरोट) अच्छे है

✔ हल्दी और अदरक (प्राकृतिक एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं) ये भी फायदे वाली चीज है जो की गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है

✔ फाइबर युक्त भोजन (जौ, ओट्स, साबुत अनाज) अच्छे है

✔ प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट युक्त फल (संतरा, सेब, पपीता, अनार) 

दही (अगर सूट करे तो) – प्रोबायोटिक्स शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। 

भरपूर पानी पिएं – शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। 

 गठिया से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) 

Q1. क्या गठिया में टमाटर खाना चाहिए? 

कुछ लोगों को टमाटर से समस्या हो सकती है क्योंकि इसमें सोलानिन नामक तत्व होता है, जो सूजन बढ़ा सकता है। अगर टमाटर खाने से दर्द बढ़ता है, तो इसे डाइट से हटा दें। जिसेसे आपके सेहत बेहतर हो

Q2. क्या दूध और दही गठिया में नुकसानदायक हैं? 

यह व्यक्ति पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स से दिक्कत हो सकती है, जबकि कुछ के लिए यह सुरक्षित होता है। अगर दूध से सूजन या दर्द बढ़ता है, तो इसे न लें। 

Q3. गठिया के मरीज को कौन सा फल खाना चाहिए? 

गठिया में संतरा, सेब, पपीता, अनार, बेरीज़ (ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी) और तरबूज जैसे फल खाने चाहिए क्योंकि इनमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। 

Q4. गठिया में कौन सा तेल अच्छा होता है? 

सरसों का तेल, नारियल तेल और जैतून का तेल सबसे अच्छे माने जाते हैं। ये जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। 

Q5. क्या गठिया के मरीज को चावल खाना चाहिए? 

ब्राउन राइस बेहतर विकल्प है, क्योंकि सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे सूजन बढ़ सकती है। 

Q6. गठिया में कौनकौन सी सब्जियाँ नहीं खानी चाहिए? 

बैंगन, टमाटर, आलू और शिमला मिर्च कुछ लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर इनसे दर्द बढ़ता है, तो इन्हें न खाएं। 

Q7. गठिया के मरीज के लिए सबसे अच्छा नाश्ता क्या हो सकता है? 

ओट्स, दलिया, सूखे मेवे, बादाम, अखरोट, भुने हुए चने और ताजे फल सबसे अच्छे विकल्प हैं। 

Q8. क्या गठिया में शहद फायदेमंद है? 

हाँ, शहद में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। 

Q9. गठिया में हल्दी का सेवन कैसे करें? 

गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर पिएं या खाने में हल्दी डालें। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो सूजन कम करता है। गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा मानी जाती है  

Q10. गठिया का रामबाण इलाज क्या है? 

फिलहाल गठिया का स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन सही डाइट, नियमित व्यायाम, सही जीवनशैली और प्राकृतिक इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। 

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इस ब्लॉग में गठिया के लिए सबसे अच्छा उपचार बताया गया है। हालाँकि, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और किसी भी उपचार विकल्प को चुनने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें। Karma आयुर्वेदिक अस्पताल में गठिया का इलाज करने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सकों से संपर्क कर सकते हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का उपयोग गठिया या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या को दूर कर सकता है जो की गठिया के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा मानी जाती है । कर्मा आयुर्वेदा के ब्लॉग्स और लेखों से जुड़े रहें।

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